चश्मदीदों ने बताया- न बिजली थी, न रोशनी; धमाके और चारों तरफ आग ही आग
नई दिल्ली. भारतीय वायुसेना ने मंगलवार को बालाकोट, चकोटी और मुजफ्फराबाद में हमला किया। तड़के 3:45 बजे मिराज-2000 लड़ाकू विमानों ने कुल 1000 किलो भार वाले लेजर गाइडेड बम गिराए। इस हमले में 350 आतंकी मारे गए।
मौके पर मौजूद खालिद अवान ने बताया कि सुबह के साढ़े तीन-चार बजे होंगे। बालाकोट के जाबा इलाके के आस-पास तेज आवाजें सुनाईं देने लगीं। मानो बादल गरज रहे हों। पहले आवाज धीमी थी, मिनटभर बाद तेज होने लगीं। फिर धमाका हुआ। हम घर से निकले तब तक दो-तीन धमाके और हो चुके थे। हमारा गांव धमाके वाली जगह से करीब डेढ़ किमी पश्चिम में है।
खालिद अवान ने बताया कि आसमान में रॉकेट जैसी कुछ चमकीली चीजें दिख रही थीं। और अगले चंद मिनटों में पांच-सात धमाके और हो गए थे। पहले ऊपर से कुछ नीचे गिरता था। फिर तेज धमाका होता था और चारों तरफ आग फैल जाती थी। धुएं का गुबार सा लग जाता था। कुछ देर ऐसा ही होता रहा। हम डर गए। गांव के आस-पास के लोग भी अब तक बाहर आ चुके थे। बिजली भी नहीं थी। हमने बालाकोट पुलिस को फोन किया।
अवान ने बताया, "उनके आने तक सारे जहाज गायब हो चुके थे। चारों तरफ अफरा-तफरी थी। पुलिस और उनके साथ कुछ बिना वर्दी वाले लोग आए। धमाके वाले इलाके में कई दिनों से लोगों की आवाजाही भी ज्यादा थी। हमने उन्हें पूरी जानकारी दी। घटना की जगह जाकर देखा तो कई कच्चे-पक्के घर तहस-नहस हो चुके थे। पुलिस वाले धमाके से कई लोगों के मरने की बात कर रहे थे। हमारे भी कुछ गांव के लोग घायल हुए। पर रात में अंधेरा होने के चलते ज्यादा समझ नहीं आई। जगह का मुआयना करके लौटने पर पुलिस के लोग घबराए हुए थे। सुबह 6 बजते-बजते गांव के सभी लोगों को उस इलाके में जाने से मना कर दिया। फिर वहां चारों तरफ रेंजर दिखाई देने लगे।"
बालाकोट एसएचओ तस्वीर शाह और डिप्टी एसपी नियाज गुल ने बताया, "रॉकेट चलने की तेज आवाजों और धमाके से कुछ लोग घायल तो हुए थे, पर सुबह हम लोगों की ड्यूटी घटना स्थल की जगह मनसेहरा में चल रहे चुनाव में लगा दी गई। वहां आर्मी और रेंजर अब तैनाती पर हैं। अब वही सब देख रहे हैं।"
मोदी, डोभाल और धनोआ ने रातभर ऑपरेशन पर नजर रखी
पीएम मोदी ने रातभर ऑपरेशन पर नजर रखी। सुबह 4.05 बजे पायलटों के लौटने पर उन्हें बधाई दी। एनएसए अजीत डोभाल और वायु सेना प्रमुख बीएस धनोआ भी वॉर रूम में रविवार रात से मंगलवार सुबह तक जागते रहे।
पाक ने एलओसी की 50 चौकियों पर गोले दागे। 5 जवान घायल। भारत ने भी 5 चौकियां तबाह कीं।प्रतिक्रिया की आशंका के बीच सभी एयरबेस अलर्ट और एयर डिफेंस सिस्टम एक्टिव हैं।
गुजरात के कच्छ में मंगलवार को सीमा के पास पाकिस्तानी ड्रोन घुसा। सुरक्षा बलों ने इसे मार गिराया। पाक ने भारत के कार्यकारी उच्चायुक्त को बुला वायुसेना की कार्रवाई पर विरोध दर्ज करवाया।
पाक प्रधानमंत्री इमरान खान ने मंगलवार को इमरजेंसी बैठक बुलाई। संसद में शेम-शेम के नारे लगे।
मौके पर मौजूद खालिद अवान ने बताया कि सुबह के साढ़े तीन-चार बजे होंगे। बालाकोट के जाबा इलाके के आस-पास तेज आवाजें सुनाईं देने लगीं। मानो बादल गरज रहे हों। पहले आवाज धीमी थी, मिनटभर बाद तेज होने लगीं। फिर धमाका हुआ। हम घर से निकले तब तक दो-तीन धमाके और हो चुके थे। हमारा गांव धमाके वाली जगह से करीब डेढ़ किमी पश्चिम में है।
खालिद अवान ने बताया कि आसमान में रॉकेट जैसी कुछ चमकीली चीजें दिख रही थीं। और अगले चंद मिनटों में पांच-सात धमाके और हो गए थे। पहले ऊपर से कुछ नीचे गिरता था। फिर तेज धमाका होता था और चारों तरफ आग फैल जाती थी। धुएं का गुबार सा लग जाता था। कुछ देर ऐसा ही होता रहा। हम डर गए। गांव के आस-पास के लोग भी अब तक बाहर आ चुके थे। बिजली भी नहीं थी। हमने बालाकोट पुलिस को फोन किया।
अवान ने बताया, "उनके आने तक सारे जहाज गायब हो चुके थे। चारों तरफ अफरा-तफरी थी। पुलिस और उनके साथ कुछ बिना वर्दी वाले लोग आए। धमाके वाले इलाके में कई दिनों से लोगों की आवाजाही भी ज्यादा थी। हमने उन्हें पूरी जानकारी दी। घटना की जगह जाकर देखा तो कई कच्चे-पक्के घर तहस-नहस हो चुके थे। पुलिस वाले धमाके से कई लोगों के मरने की बात कर रहे थे। हमारे भी कुछ गांव के लोग घायल हुए। पर रात में अंधेरा होने के चलते ज्यादा समझ नहीं आई। जगह का मुआयना करके लौटने पर पुलिस के लोग घबराए हुए थे। सुबह 6 बजते-बजते गांव के सभी लोगों को उस इलाके में जाने से मना कर दिया। फिर वहां चारों तरफ रेंजर दिखाई देने लगे।"
बालाकोट एसएचओ तस्वीर शाह और डिप्टी एसपी नियाज गुल ने बताया, "रॉकेट चलने की तेज आवाजों और धमाके से कुछ लोग घायल तो हुए थे, पर सुबह हम लोगों की ड्यूटी घटना स्थल की जगह मनसेहरा में चल रहे चुनाव में लगा दी गई। वहां आर्मी और रेंजर अब तैनाती पर हैं। अब वही सब देख रहे हैं।"
मोदी, डोभाल और धनोआ ने रातभर ऑपरेशन पर नजर रखी
पीएम मोदी ने रातभर ऑपरेशन पर नजर रखी। सुबह 4.05 बजे पायलटों के लौटने पर उन्हें बधाई दी। एनएसए अजीत डोभाल और वायु सेना प्रमुख बीएस धनोआ भी वॉर रूम में रविवार रात से मंगलवार सुबह तक जागते रहे।
पाक ने एलओसी की 50 चौकियों पर गोले दागे। 5 जवान घायल। भारत ने भी 5 चौकियां तबाह कीं।प्रतिक्रिया की आशंका के बीच सभी एयरबेस अलर्ट और एयर डिफेंस सिस्टम एक्टिव हैं।
गुजरात के कच्छ में मंगलवार को सीमा के पास पाकिस्तानी ड्रोन घुसा। सुरक्षा बलों ने इसे मार गिराया। पाक ने भारत के कार्यकारी उच्चायुक्त को बुला वायुसेना की कार्रवाई पर विरोध दर्ज करवाया।
पाक प्रधानमंत्री इमरान खान ने मंगलवार को इमरजेंसी बैठक बुलाई। संसद में शेम-शेम के नारे लगे।
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