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Showing posts from April, 2019

उम्र 100 साल, कहती हैं- भारत में सीखा योग मेरी सेहत का राज

न्यूयाॅर्क. हार्टस्डेल में रहने वाली योग इंस्ट्रक्टर पोर्सो लिंच की उम्र बेशक 100 साल है, लेकिन उनका जोश ऐसा है कि अभी रुकने का कोई इरादा नहीं दिखता। उनके जीवन का मूलमंत्र है, जिंदादिली और स्वस्थ तरीके से जीवन को आगे बढ़ाते रहो। बेशक चार बार उनके कूल्हे का प्रत्यारोपण हो चुका है, लेकिन लिंच अभी भी बाॅलरूम डांसिंग की शौकीन हैं। लिंच भारत में जन्मी थीं। अनुकरणीय उपलब्धियों के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया था। 7 साल की उम्र में भारत में सीखा योगः लिंच वे बताती हैं कि कैसे उनका रुझान योग की तरफ हुआ। 7 साल की उम्र में भारत में समुद्र तट पर घूमते हुए उन्होंने कुछ लड़कों को योग करते देखा। तभी उन्होंने उनके जैसे स्टेप्स करने की ठानी।  लिंच का कहना है कि एक नजदीकी रिश्तेदार ने उन्हें यह कहकर रोका कि यह लड़कों के स्टेप्स हैं, लेकिन लिंच का जवाब था कि जब लड़के ऐसा कर सकते हैं तो वह क्यों नहीं। उसके बाद से योग में उन्होंने महारथ हासिल की।  लिंच जब किशोरावस्था में पहुंचीं तो वह लोगों को यह बता पा रही थीं कि कैसे स्वस्थ तरीके से सांस ली जाती है। ...

तब क्या होगा जब खाना ख़त्म हो जाएगा?

एक रात में ही सब कुछ घट गया था. कुछ ही वर्ष पहले शीतकालीन ओलम्पिक खेलों का आयोजन करने वाले एक आधुनिक फलते-फूलते शहर में रेसाद त्रबोंजा एक आम किशोर का जीवन जी रहा था. 5 अप्रैल 1992 को उसका घर कहा जाने वाला यह शहर बाहरी दुनिया से पूरी तरह कट गया था. बोस्निया की सर्ब सेना ने उसके साथ-साथ सरायेवो शहर के चार लाख अन्य बाशिंदों को भी चारों ओर से घर लिया था. लेकिन इन लोगों को तब यह मालूम नहीं था कि यह दुःस्वप्न लगभग चार वर्ष चलेगा. सरायेवो की इस घेराबंदी के बीच यहां के निवासी रोज़ होने वाली गोलाबारी में अपनी रोज़मर्रा की जिन्दगी जी रहे थे. घेराबंदी करने वाले सैनिक शहर के आसपास की पहाड़ियों पर जमे हुए थे. इससे शहर के लोगों के लिए सड़क पार करना या खाने के लिए किसी कतार में लगना भी जानलेवा हो सकता था. गोले और गोलियों का ख़तरा तो लगातार बना हुआ था लेकिन त्रबोंजा और उसके पड़ोसी एक और ख़तरे से घिरते जा रहे थे - वो थी भुखमरी. उस समय 19 वर्ष के हो चुके त्रबोंजा अब बोस्निया में स्कूली बच्चों को युद्ध के बारे में पढ़ाते हैं. उन दिनों की याद करके वो बताते हैं, "घेराबंदी के तुरंत बाद ही ख...

पंजाब ने 17 गेंदों पर दिल्ली के 7 विकेट गिराए; हैट्रिक लेने वाले सबसे युवा करन ने 14 रन से जीत दिलाई

खेल डेस्क. आईपीएल के 13वें मुकाबले में किंग्स इलेवन पंजाब ने दिल्ली कैपिटल्स को 14 रन से हरा दिया। पंजाब से मिले 167 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी दिल्ली की टीम 19.2 ओवर में 152 रन पर ऑल आउट हो गई। पंजाब के लिए सैम करन ने हैट्रिक लिए। उन्होंने 2.2 ओवर में 11 रन देकर चार विकेट अपने नाम किए। वे आईपीएल में हैट्रिक लेने वाले सबसे युवा गेंदबाज बन गए। करन (20 साल 302 दिन) ने रोहित शर्मा (22 साल नौ दिन) का रिकॉर्ड तोड़ा। दिल्ली को आखिरी चार ओवर में जीत के लिए 30 रन बनाने थे। तब उसके हाथ में सात विकेट थे, लेकिन 17 गेंद के अंदर ही टीम के सात बल्लेबाज आउट हो गए। पंजाब ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में नौ विकेट पर 166 रन बनाए। लक्ष्य का पीछा करने उतरी दिल्ली की शुरुआत खराब रही। पिछले मैच में 99 रन बनाने वाले पृथ्वी शॉ पहली ही गेंद पर आउट हो गए। रविचंद्रन अश्विन ने उन्हें लोकेश राहुल के हाथों स्टंप कराया। ऋषभ पंत 39, कॉलिन इनग्राम 38 और शिखर धवन 30 रन बनाकर आउट हुए। पंजाब के लिए करन के अलावा अश्विन और मोहम्मद शमी ने दो-दो विकेट लिए। हार्डुस विलजोएन को एक सफलता मिली। पंजाब के लिए डेविड म...